Indian Post: इंडिया पोस्ट यानी भारतीय डाक विभाग अब आधुनिक होता जा रहा है। डाक विभाग ने देशभर के डाकघरों में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को एकीकृत करने का फैसला किया है। इससे अब आप स्पीड पोस्ट बुक करते समय डिजिटल पेमेंट कर सकेंगे, जिससे किसी भी डाकघर में डिजिटल भुगतान लेने से मना नहीं किया जा सकेगा। इसके साथ ही विभाग ने अपनी सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए अपनी आईटी प्रणाली में भी बड़े बदलाव किए है।
डाक बैग के लिए एयरलाइंस से करार
डाक विभाग अपनी मेल ट्रांसमिशन प्रणाली को मजबूत करने के लिए एक और बड़ा कदम उठा रहा है। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, डाक विभाग ने एयरलाइंस से यात्री उड़ानों के कार्गो होल्ड में मेल बैग के लिए जगह आरक्षित करने का इरादा जाहिर किया है। इसके लिए, डाक विभाग ने 17 जुलाई को टेंडर जारी कर एयरलाइंस को ‘हार्ड ब्लॉक’ कॉन्ट्रैक्ट के लिए बोली लगाने के लिए आमंत्रित किया है। इससे पूरे भारत में डाक की डिलीवरी तेज और कुशल हो सकेगी।
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नई ‘एडवांस्ड पोस्टल टेक्नोलॉजी’ से ग्राहकों को मिलेगी बेहतर सुविधा
डाकघरों में चरणबद्ध तरीके से अपनी आईटी प्रणाली को अपग्रेड किया जा रहा है। इस नई एडवांस्ड पोस्टल टेक्नोलॉजी (APT) प्रणाली के तहत, न केवल यूपीआई पेमेंट स्वीकार की जाएगी, बल्कि ट्रैकिंग की सुविधा को भी बेहतर बनाया गया है। अब आपको यह भी पता चल पाएगा कि आपका पैकेज या लेटर किस अगले डाकघर में जा रहा है। यह प्रणाली दिल्ली, चेन्नई और मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में शुरू हो चुकी है, और अब तक 86,000 से ज्यादा डाकघरों को अपग्रेड किया जा चुका है। संचार मंत्रालय के अनुसार, यह नई प्रणाली तेज सर्विस, ग्राहक-अनुकूल इंटरफ़ेस और डिलीवरी के लिए ओटीपी-आधारित प्रमाणीकरण जैसी सुविधाएं प्रदान करेगी।
आने वाले दिनों में होंगे और भी बदलाव
संचार राज्य मंत्री चंद्र शेखर पेम्मासानी ने हाल ही में अपग्रेडेशन कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि ए.पी.टी. प्रणाली से रियल-टाइम ट्रैकिंग, थोक ग्राहकों के लिए कस्टमाइज्ड सेवाएं और इलेक्ट्रॉनिक प्रूफ ऑफ डिलीवरी जैसी सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा, विभाग ‘DIGIPIN’ पहल पर भी काम कर रहा है, जो पिन कोड में अधिक सटीक अक्षांश-देशांतर डेटा की सुविधा देगा। डाक विभाग के अधिकारियों ने यह भी बताया कि वे एक ऐसी ई-मेल जैसी प्रणाली पर काम कर रहे हैं, जिससे पता बदलने पर भी पत्रों को आसानी से रीडायरेक्ट किया जा सकेगा।